Thursday, December 31, 2009

घनी अँधेरी रात हो

HAPPY NEW YEAR 2010 TO ALL OF YOU......

कैसे हो दोस्तों? सब खैरियत तो है ना? मैं यहाँ एकदम ठीक हूँ।
दोस्तों new year ka time है, इतना अच्छा समां हो रहा है, सभी लोग मस्ती कर रहे हैं, और जो नहीं कर रहे हैं तो वो भी करो यार... टेंशन नहीं लेने का... अभी मस्ती का टाइम है मस्ती करो और मेरी इन चंद lines के भी मज़े लो।

घनी अँधेरी रात हो,

चाँद चाँदनी साथ हो,

तारों की बारात हो,

शबनम की बरसात हो,

आँखों में सवालात हो,

फिर...

फिर उससे मुलाकात हो,

प्यार भरी कोई बात हो,

दिल में जज़्बात हो,

हाथों में हाथ हो,

काश पूरा ये ख़यालात हो,

घनी अँधेरी रात हो.......